महाभारत युद्ध का चौदहवाँ दिन [द्रोण का वध ]
महाभारत युद्ध का चौदहवाँ दिन सबसे बड़ा दिन था पांडव सेना कौरव सेना के सभी चक्रविहयु तोड़ रही थी !अर्जुन जैद्रथ को तलाश रहे थे !भीम पुत्र घटोकच के आक्रमण से घबरा कर कर्ण उसे अपने दिव्य अस्त्र से मार देता है !द्रोण को मारने के लिए धर्मराज युधिसठर बोलते हैं "अश्वतहामा मारा गया >>>श्रीकृष्ण ढोल बजवाते हैं गुरु द्रोण पूरा वाक्य सुन नहीं पाते पांडव उनकी हत्या कर देते हैं !जैद्रथ को मारने के लिए श्रीकृष्ण सूरज को ढक देते हैं जैद्रथ बाहर निकल आता है ,अर्जुन उसका वाढ कर अपनी प्रतिज्ञा पूरी करते हैं।