हित तौ किजै कमल नैन सौं ! पद ~ 7 ( भाग : 6 )
हित तौ किजै कमल नैन सौं ! पद ~ 7 ( भाग : 6 ) ये पद श्री स्वामी हरिदास जू महाराज का है उन्होंने ashtadash siddhant ki vani likhi hai uska seventh pad hai uska bhav aap samajh rahe ho baba shri shyam das ji maharaj ke mukh se अनन्य नृपति श्री स्वामी हरिदास जू महाराज की वाणी अष्टादश सिद्धांत के पद वाणी का भाव श्रवण कर रहे हैं बाबा श्री श्याम दास जी महाराज के मुख से