Episode 5 - पांडवों की जन्म-कथा, जानिए महाभारत की सबसे विचित्र कहानी
गांधारी एक सौ पुत्रों की कामना करती थी जो उसके पति के समान शक्तिशाली हों। द्वैपायन व्यास ने उसे वरदान दिया और समय के साथ, गांधारी ने खुद को गर्भवती पाया। लेकिन दो साल बीत गए फिर भी बच्चा पैदा नहीं हुआ। इतने में कुन्ती और पाण्डु को यम से उन्हें एक पुत्र प्राप्त हुआ जिसका नाम उन्होंने युधिष्ठिर रखा।