Episode 180
वो कल से इस आशा में बैठे है कि बापू रोटी लेकर आएगा। पर उनकी मां अपने बच्चों से कैसे अपनी बेबसी कहें कि अभी मजदूरी ही नहीं मिली कि वो कुछ खाने को ले लाएं। आज भी हमारे देश में ऐसे बहुत से लोग है जो दो वक्त की रोटी के लिए तरसते है। उनके लिए वो दिन किसी त्यौहार से बड़ा नहीं होता है जब वो दोनों वक्त खाना खाते है।