Chori by Munshi Premchand

यह कहानी लिखी है मुंशी प्रेमचंद जी ने । कहानी है दो भाइयों को मस्ती की , उनके द्वारा की गई पैसे की चोरी की और सुनिए कैसे दोनो ने पकड़े जाने , सजा पाने के पश्चात दोनो हंसी खुशी फिर मिल गए ।

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