Zindagi 2
कहते है हर रिश्ते को भगवान बनाता है धरती पर हर रिश्ते को इंसान निभाता हैगरीब हो अमीर हो पढ़ा लिखा या अनपढ़ हो अपने घर के लिए हर कोइ रोटियां जरुर कमाता हैबल्ब की रोशनी न सही खुला आसमान ही सही सबके नसीब में उजाला जरुर आता हैबिखरे हो कांटे कितने भी राह में चलने वाला मंज़िल तक पहुंच ही जाता है एक जगह कब ठहरा है वक्त का काफ़िला वक्त अच्छा हो या बुरा बीत जाता हैबंद आखों के सपने कहां ठहरते है खुली आंखों से मुकाम साफ़ नजर आता हैसोचने का क्या है मन कुछ भी सोच लेता है सोच कर जो करता है वही मुकाम पाता है।